ओढां न्यूज.
माता हरकी देवी महिला शिक्षण प्रशिक्षण महाविद्यालय ओढ़ां में पुरातन विद्यार्थी परिषद् की बैठक परिषद् की अध्यक्ष राजरानी व डॉ. रघुवीर सिंह की देखरेख में एवं संस्था के प्रेजीडेंट हरदयाल सिंह गदराना की अध्यक्षता में सम्पन्न हुई। बैठक में मुख्यातिथि के रुप संस्था की निदेशिका मनीषा गोदारा एवं विशिष्ट अतिथि के रुप में बलविंद्र सिंह व मंदर सिंह उपस्थित हुए। बैठक में 2006 से 2010 तक के कई पुरातन विद्यार्थियों ने शामिल होकर अपनी स्मृतियां ताजा की।
इस अवसर पर हरदयाल सिंह गदराना ने कहा कि प्रदेश के 1500 सीनियर सैकंडरी स्कूलों में से 280 स्कूलों में ही कन्या शिक्षा का प्रावधान है, ऐसे माहौल में कन्याओं के लिए शिक्षा प्राप्त करना असंभव हो जाता है। मनीषा गोदारा ने सभी पुरातन विद्यार्थियों को समाज के विभिन्न क्षेत्रों में सम्माननीय योगदान देने हेतु बधाई दी तथा प्राचार्या सुनीता स्याल ने विद्यार्थियों को अपने व्यस्त जीवन से कुछ पल निकालकर यहां आने हेतु धन्यवाद दिया।
पुरातन विद्यार्थियों में से प्रीति डबवाली ने बताया कि वे प्राध्यापिका के पद पर कार्यरत हैं। कुरुक्षेत्र से एमए कर रही सर्वजीत ने कहा कि वे भी एक आदर्श अध्यापिका बनना चाहती हैं। कविता ने कहा कि इस कॉलेज ने उस जैसी ग्रामीण क्षेत्र की लड़कियों को शिक्षा देकर उनका भविष्य संवार दिया है। तथा शीतल, आशू, अनु आदि ने कहा कि यहां का वातावरण सौहार्दपूर्ण है तथा प्राध्यापक व संस्था छात्राओं के सर्वांगीण विकास में अहम भूमिका निभा रहे हैं।
माता हरकी देवी महिला शिक्षण प्रशिक्षण महाविद्यालय ओढ़ां में पुरातन विद्यार्थी परिषद् की बैठक परिषद् की अध्यक्ष राजरानी व डॉ. रघुवीर सिंह की देखरेख में एवं संस्था के प्रेजीडेंट हरदयाल सिंह गदराना की अध्यक्षता में सम्पन्न हुई। बैठक में मुख्यातिथि के रुप संस्था की निदेशिका मनीषा गोदारा एवं विशिष्ट अतिथि के रुप में बलविंद्र सिंह व मंदर सिंह उपस्थित हुए। बैठक में 2006 से 2010 तक के कई पुरातन विद्यार्थियों ने शामिल होकर अपनी स्मृतियां ताजा की।
इस अवसर पर हरदयाल सिंह गदराना ने कहा कि प्रदेश के 1500 सीनियर सैकंडरी स्कूलों में से 280 स्कूलों में ही कन्या शिक्षा का प्रावधान है, ऐसे माहौल में कन्याओं के लिए शिक्षा प्राप्त करना असंभव हो जाता है। मनीषा गोदारा ने सभी पुरातन विद्यार्थियों को समाज के विभिन्न क्षेत्रों में सम्माननीय योगदान देने हेतु बधाई दी तथा प्राचार्या सुनीता स्याल ने विद्यार्थियों को अपने व्यस्त जीवन से कुछ पल निकालकर यहां आने हेतु धन्यवाद दिया।
पुरातन विद्यार्थियों में से प्रीति डबवाली ने बताया कि वे प्राध्यापिका के पद पर कार्यरत हैं। कुरुक्षेत्र से एमए कर रही सर्वजीत ने कहा कि वे भी एक आदर्श अध्यापिका बनना चाहती हैं। कविता ने कहा कि इस कॉलेज ने उस जैसी ग्रामीण क्षेत्र की लड़कियों को शिक्षा देकर उनका भविष्य संवार दिया है। तथा शीतल, आशू, अनु आदि ने कहा कि यहां का वातावरण सौहार्दपूर्ण है तथा प्राध्यापक व संस्था छात्राओं के सर्वांगीण विकास में अहम भूमिका निभा रहे हैं।
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