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21 January 2011

सप्ताहिक प्रोफैशनल डिवलपमैंट प्रोग्राम का समापन

हिसार
               अध्यापकों का देश के निर्माण में अहम योगदान होता है और यह देखा गया है कि जो देश शिक्षा को गंभीरता से लेते है उन देशों में शोध उच्च कोटि का होता है। यह विचार आज नैशनल ला विश्वविद्यालय, नई दिल्ली के कुलपति व 19 वें ला कमीशन आफ इंडिया के सदस्य प्रो रणबीर सिंह ने गुरू जम्भेश्वर विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, हिसार के एकेडमिक स्टाफ कॉलेज के एक सप्ताहिक प्रोफैशनल डिवलपमैंट प्रोग्राम के समापन अवसर पर कही । कुलसचिव प्रो आर एस जागलान ने कार्यक्रम की अध्यक्षता की। इस कार्यक्रम में 22 प्रोफेसर व एसोसिएट प्रोफेसरस ने भाग लिया। इस अवसर पर विश्वविद्यालय के एकेडमिक स्टॉफ कॉलेज के निदेशक प्रो बीके पूनिया, प्रोग्राम के समन्वयक डा नीरज दिलबागी व डा उमेश आर्य भी उपस्थित थे।
             नैशनल ला विश्वविद्यालय, नई दिल्ली के कुलपति प्रो रणबीर सिंह ने कहा कि आज का छात्र अन्तर्राष्टरीय स्तर की शिक्षा प्राप्त करना चाहता है और इसके लिए अध्यापकों को कड़ी से कड़ी मेहनत करनी चाहिए ताकि नवीनतम जानकारी विद्यार्थियों को दी जा सके और आज की मांग के अनुसार छात्रों को सक्षम बनाया जा सके।
प्रो रणबीर ने कहा कि एक अच्छे विश्वविद्यालय की पहचान वहा के अध्यापक व शोध से होती है जिस विश्वविद्यालय में शोध उच्च कोटि का होता है और अध्यापक अपने छात्रों से शोध के परिणामों को सांझा करता है उस विश्वविद्यालय के छात्रों का भविष्य सुनहरा होता है। उन्होने चिंता जताई की विश्वविद्यालयों का स्तर दिन प्रतिदिन गिरता जा रहा है जोकि समाज व देश के लिए अच्छा सकेंत नही है। प्रो रणबीर ने कहा कि अध्यापक और विद्यार्थी का एक विशेष नाता होता है और जब अध्यापक अपने विद्यार्थी को उच्च पद पर आसिन हुआ देखता है तो उसे बहुत प्रसन्नता होती है कि उसके द्वारा की गई मेहनत सफल हुई और उसके पढाए हुए विद्यार्थी समाज में एक जिम्मेवार नागरिक की भूमिका निभा रहा है।
              विश्वविद्यालय के कुलसचिव प्रो आर एस जागलान ने इस अवसर पर कहा कि प्रशिक्षण अध्यापकों को नवीनतम जानकारी प्राप्त करने में सहायक होता है और मौका देता है कि विभिन्न विषय विशेषज्ञों से बातचीत कर नए विषयों पर शोध की जानकारी ले। प्रो जागलान ने कहा कि किसी विकसित देश में मजबूत शिक्षा ढांचा होना आवश्यक है और इस ढांचे में शिक्षकों की एक अहम भूमिका होती है।
             विश्वविद्यालय के एकेडमिक स्टॉफ कॉलेज के निदेशक प्रो बीके पूनिया ने बताया कि विश्वविद्यालय देश का दूसरा व उत्तर भारत का पहला तकनीकी विश्वविद्यालय है जहां पर एकेडमिक स्टाफ कॉलेज की स्थापना की गई है।
प्रो पूनिया ने बताया कि प्रो अशोक गोयल, प्रो रमेश हुडा, हरियाणा विधानसभा के डिप्टी सैकरैट्री श्री डीएन शयोकन्द, हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय, हिसार के पूर्वकुलसचिव प्रो आर एस दलाल, प्रो सी पी गुप्ता, जिला उपायुक्त, हिसार डा वाई एस खयालिया, आईएएस, प्रो सी एस नागपाल ने विभिन्न सत्रों में विशेष अभिभाषण दिए।
            प्रोफैशनल डिवलपमैंट प्रोग्राम में  डा सरोज, डा अल्का शर्मा, डा अराधिता राय, डा सोनिका, डा प्रदीप गुप्ता, डा शबनम सक्सेना, डा सुनिता रानी, डा प्रमोद कुमार जेना, डा देवेन्द्र कुमार, डा डी सी भट्ट, डा आशीष अग्रवाल, डा सुजाता सांघी, डा निरू वासुदेवा, डा राकेश धर, प्रो अशोक चौधरी, डा स्नेह लता गोयल, डा यशु राय, डा विवेक श्रीवास्तव, डा आर पी सिंह, डा प्रवीण शर्मा, डा नीरज दिलबागी व डा मोनिका ककड़ ने भाग लिया।
फोटो कैप्शन  :-
फोटो-1 :
गुरू जम्भेश्वर विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, हिसार में पहले एक सप्ताहिक प्रोफैशनल डिवलपमैंट प्रोग्राम के समापन अवसर पर नैशनल ला विश्वविद्यालय, नई दिल्ली के कुलपति प्रो रणबीर सिंह को स्मृति चिन्ह भेंट करते विश्वविद्यालय के कुलसचिव प्रो आर एस जागलान व एकेडमिक स्टॉफ कॉलेज के निदेशक प्रो बीके पूनिया।
फोटो-2 :
गुरू जम्भेश्वर विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, हिसार में पहले एक सप्ताहिक प्रोफैशनल डिवलपमैंट प्रोग्राम के समापन अवसर पर नैशनल ला विश्वविद्यालय, नई दिल्ली के कुलपति प्रो रणबीर सिंह अभिभाषण देते हुए।

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