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02 February 2017

उपायुक्त ने ली जिला बाल संरक्षण कमेटी की बैठक
सिरसा उपायुक्त श्रीमती शरणदीप कौर बराड़ ने आज अपने कार्यालय में जिला बाल संरक्षण कमेटी की बैठक ली। श्रीमती बराड़ ने कहा कि जिला बाल संरक्षण अधिकारी को निर्देश दिये कि जो अनाथ, खोए हुए बच्चें जो बाल देखरेख गृह में रह रहे हैं उनकों मुख्यमंत्री के निर्देशानुसार स्वर्ण जयंती के उपलक्ष्य में फरीदाबाद में आयोजित हो रहा सूरजकुंड मेला दिखाया जाए। इसके लिए शाही आशा आश्रम में रहे बच्चों को जिला रैडक्रॉस के सहयोग के साथ यह मेला दिखाया जाएगा।
उन्होंने बाल संरक्षण अधिकारी से कहा कि एक कमेटी बनाएं जो हर तरह के बच्चों के लिए लाभदायक हो। उन्होंने कहा कि समय-समय पर ऑपर शैल्टर होम का निरीक्षण कर बच्चों की जांच पड़ताल करते रहें। इस कमेटी में बाल कल्याण समिति, स्वास्थ्य विभाग, पुलिस विभाग, आंगनवाड़ी विभाग, शिक्षा विभाग, चाईल्ड लाईन के अधिकारियों को शामिल करें। 
उन्होंने पुलिस विभाग से कहा कि जिला में जितने भी पुलिस थाने हैं उनमें एक-एक चाइल्ड फ्रैंडली रुम बनवाया जाए ताकि यदि कोई 18 वर्ष के कम उम्र के बच्चे किसी भी कारणवश थाने में आते हैं तो उन्हें वहां अच्छा माहोल मिले। उन्होंने कहा कि यदि कोई पोक्सो एक्ट से संबंधित केस आता है तो अविलंब एफआईआर दर्ज कर कार्यवाही करें। उन्होंने कहा कि श्रम विभाग को निर्देश दिये कि समय-समय पर फैक्ट्री, होटल, रैस्टोरैंट, ढाबा, मैरिज पैलेस आदि में निरीक्षण करें, यदि कोई 18 वर्ष से कम आयु का बच्चा काम करता पाया जाता है तो लेबर करवाने वाले व्यक्ति के खिलाफ सख्त कार्यवाही करें। उन्होंने बताया कि यदि कोई गुमशुदा बच्चा मिलता है तो तुरन्त कार्यवाही करें ताकि उस बच्चे को उसका परिवार मिल सके, अन्यथा गोद लेने की प्रक्रिया में शामिल किया जाए।
उन्होंने पुलिस विभाग को आदेश दिये कि एक नोडल अधिकारी नियुक्त करें जिनके द्वारा बाल संरक्षण से सम्बंधित समस्याओं का निपटारा किया जा सके। उन्होंने बाल संरक्षण अधिकारी से कहा कि वे गुमशुदा हुए बच्चों के बारे में पुलिस से तालमेल रखें और उनकी सूचना भी पुलिस विभाग से प्राप्त करें। उन्होंने शिक्षा विभाग के अधिकारी को निर्देश दिये कि बाल संरक्षण कमेटी को ब्लॉक लेवल पर सक्रिय करें व सम्बंधित अधिकारियों की बैठक बुलायें। उन्होंने कहा कि अनाथ बच्चे जिनके पास कोई कागज या दस्तावेज नहीं है, उनके भी स्कूलों में दाखिला जल्द से जल्द करवाएं। उन्होंने जिला विकास एवं पंचायत अधिकारी को निर्देश दिये कि ब्लॉक लेवल व ग्राम स्तर पर बाल संरक्षण कमेटियां बनाएं जिससे इस प्रकार की समस्याओं का जल्द समाधान हो सके। 
उप पुलिस अधीक्षक श्री विजय कुमार ककक्ड़, जिला विकास एवं पंचातय अधिकारी श्री प्रीतपाल सिंह, जिला बाल कल्याण अधिकारी श्रीमती कमलेश चाहर, जिला बाल संरक्षण अधिकारी डा. गुरप्रीत कौर, लीगल कम प्रोबेशन ऑफिसर मोनिका चौधरी, उप जिला शिक्षा अधिकारी श्री सुरेन्द्र शर्मा, संरक्षण अधिकारी श्रीमती अंजना डूडी, सीडीपीओ वीरपाल कौर, कार्यकारी अधिकारी नगर परिषद श्री अतर सिंह, चाईल्ड लाईन से जसप्रीत, रैडक्रोस से प्रदुम्र कुमार सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी उपस्थित थे।

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