सरस्वती धरोहर प्रदर्शनी यात्रा के समापन अवसर पर राष्ट्रीय सरस्वती महोत्सव-2017 का आयोजन किया
सिरसा हरियाणा सरस्वती धरोहर विकास बोर्ड द्वारा स्थानीय चौ. देवीलाल विश्वविद्यालय के सभागार में कल सांय सरस्वती धरोहर प्रदर्शनी यात्रा के समापन अवसर पर राष्ट्रीय सरस्वती महोत्सव-2017 का आयोजन किया गया। इस अवसर पर हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग के अध्यक्ष श्री भारत भूषण भारती, उपायुक्त श्रीमती शरणदीप कौर बराड़, कुलपति सीडीएलयू प्रो. विजय कायत ने सरस्वती मां के सम्मुख दीप प्रज्जवलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया।
इस अवसर पर हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग के अध्यक्ष श्री भारत भूषण भारती ने संबोंधित करते हुए कहा कि सरस्वती हमारी प्राचीन महान संस्कृति धरोहर का अभिन्न अंग है। सरस्वती ज्ञान की देवी के साथ-साथ हमारी जीवनदायिनी भी रही है। उन्होंने कहा कि हम सभी सरस्वती को तीन रुपों में देखते हैं यह जीवन दायनी है, यह विद्या की देवी है और यह संगीत की भी देवी है। उन्होंने कहा कि हम जब भी कोई शुभ कार्य की शुरुआत करते हैं सर्वप्रथम मां सरस्वती की वंदना करते हैं। उन्होंने कहा कि भारत आज से पहले विश्वगुरु था, आज भी है और आगे भी विश्वगुरु ही रहेगा। उन्होंने कहा कि बड़े बुजुर्गों का आदरमान करना भी एक विरासत का अंग है। उन्होंने कहा कि आदिबद्री सरस्वती का उदगम स्थल है। इतिहास में अनेक प्रमाण है जिन्होंने इसे सिद्ध भी किया है। उन्होंने बधाई देते हुए कहा कि सरस्वती विकास बोर्ड सरकार की कल्पना को साकार करने का काम कर रही है। उन्होंने कहा कि सरस्वती महोत्सव यात्रा का बहुत बड़ा महत्व है। जिस मन से यात्रा की शुरूआज आदिबद्री से की है, उससे यह लग रहा है कि यह यात्रा अपने उद्द्ेश्य में सफल होगी। उन्होंने कहा कि इतिहास गवाह है कि सरस्वती का बहाव प्रदेश में था और जिला के अनेक स्थल में पाए गए अवशेष भी इस बात की ओर इशारा करते है कि मां सरस्वती का बहाव यहां भी था। उन्होंने कहा कि नासा के वैज्ञानिकों ने जो मार्ग हमें दिखाया है वह अनेक अनुसंधान में भी मिला है। कार्यक्रम के अध्यक्ष राज्य सूचना आयोग के सूचना आयुक्त श्री भूपेन्द्र धर्माणी ने कहा कि हम सौभाग्यशाली है कि ज्ञान की देवी हमारे प्रदेश में रही है। उन्होंने कहा कि वह दिन भी दूर नहीं जब हम मां सरस्वती के साक्षात दर्शन करेंगे। प्रदेश सरकार इसके लिए गंभीर प्रयासरत है। सरस्वती विकास बोर्ड भी इसके लिए दिन रात एक किए हुए है और अनेक प्रकार के अनुसंधान कर रहे है। उन्होंने कहा कि आज बसंत पंचमी के दिन सिरसा में इस यात्रा का समापन न होकर एक नई शुरुआत होगी। उन्होंने कहा कि समाज में हमारी संस्कृति का बहुत अधिक महत्व है। उन्होंने पूर्व राष्ट्रपति श्री अब्दुल कलाम आजाद की जीवन कहानी सुनाते हुए कहा कि हमें उनके विचारों पर चलकर प्रेरणा लेनी चाहिए व देश का नाम रोशन करना चाहिए। उन्होंने बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ पर भी अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि बेटियों को अधिक पढ़ाना चाहिए ताकि शिक्षा का प्रवाह भी ज्यादा बढ़ सके। उन्होंने कहा कि समाज में सरस्वती नदी के लिए समर्पित होकर कार्य करते रहें, यह हमारी धरोहर है।
चौ. देवीलाल विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. विजय कुमार कायत ने आए हुए अतिथिगणों का स्वागत करते हुए कहा कि हमारे देश की धरती ऋषि मुनियों की धरती है। बड़े-बड़े विद्यान ऋषि मुनियों ने सरस्वती नदी पर तप किया था। उन्होंने कहा कि सरस्वती हमारी विरासत है। उन्होंने यात्रा का स्वागत करते हुए कहा कि यह यात्रा हमें इतिहास और संस्कृति से रूबरू करवा रही है। उन्होंने कहा कि जहां नदियां हुई हैं वहीं जीवन और सभ्यता विकसित हुई है। उन्होंने कहा कि इस यात्रा का उद्देश्य हमें संस्कृति के बारे में जागरूक करने के अलावा हमें एक सूत्र में बांधना भी है। उन्होंने सरकार के इस ऐतिहासिक फैसले का स्वागत किया।
हरियाणा सरस्वती विकास बोर्ड के उप-चैयरमेन डा. प्रशांत भारद्वाज ने कहा कि हरियाणा के लोगों की जीवनदायिनी सरस्वती के किनारे ही विश्व को वेदों का ज्ञान प्राप्त हुआ है। उन्होंने कहा कि वैज्ञानिक शोध में इस बात के अनेक प्रमाण मिले है कि सरस्वती नदी प्रदेश में विद्यमान थी। उन्होनें यात्रा के बारे में विस्तार से जानकारी देते हुए कहा कि यह यात्रा 28 जनवरी को सरस्वती के उदगम स्थल आदिबद्री से शुरू हुई है और सिरसा में संपन्न हुई है।
इस अवसर पर सरस्वती नदी पर एक डॉक्युमैंट्री फिल्म भी प्रदर्शित की गई। इस फिल्म में मां सरस्वती के पूरे इतिहास के बारे में जानकारी दी गई। इसके अतिरिक्त इस अवसर पर चौ. देवीलाल विश्वविद्यालय के बच्चों द्वारा लघु नाटिका, हरियाणवी डांस आदि कार्यक्रम प्रस्तुत किए।
इस अवसर पर उपायुक्त श्रीमती शरणदीप कौर बराड़ व कुलपति सीडीएलयू ने हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग के अध्यक्ष श्री भारत भूषण भारती व अतिथियों को स्मृति चिह्न देकर सम्मानित किया। इस मौके पर सांस्कृतिक कार्यक्रम देने वाले बच्चों को भी संमानित किया गया।
अतिरिक्त उपायुक्त श्री अजय सिंह तोमर ने आए हुए मुख्य अतिथि, विशिष्ट अतिथि, गणमान्य व्यक्तियों तथा छात्र-छात्राओं का धन्यवाद किया।
इस अवसर पर महिला विकास निगम की अध्यक्षा श्रीमती रेणू शर्मा, माटी कला बोर्ड के अध्यक्ष श्री गुरदेव सिंह राही, हरियाणा सरस्वती धरोहर विकास बोर्ड के उपाध्यक्ष श्री प्रशांत भारद्वाज, चौ. देवीलाल विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार श्री आसीम मिगलानी, एसडीएम डबवाली श्रीमती संगीता तेत्रवाल, एसडीएम सिरसा श्री परमजीत सिंह चहल, सांस्कृतिक अधिकारी श्री हृदय कौशल, सांस्कृतिक अधिकारी श्रीमती दिप्ती धर्माणी, नगराधीश डा. वेद प्रकाश बेनीवाल, प्रशासनिक अधिकारी श्री विकास यादव, जिला विकास एवं पंचातय अधिकारी श्री प्रीतपाल सिंह, सीडीपीओ श्रीमती दर्शन सिंह, डा. गीतु, प्रो. ओपी गर्ग, प्रो. दीपक कौशिक, प्रो. राजेश छिकारा, प्रो. बीडी मेहता, अनुसूचित जाति वित्त एवं विकास निगम के सदस्य श्री रत्नलाल बामणिया, श्री देव कुमार शर्मा, पूर्व जिलाध्यक्ष श्री अमीर चंद मेहता, युवा भाजपा नेता श्री अमन चोपड़ा, श्री सतीश जग्गा, श्री बलदेव सिंह मांगेआना, श्री अंग्रेज सिंह, श्री जगत ककक्ड़, श्री मुकेश कुमार, श्री अमर सोदा सहित विश्वविद्यालय के छात्र-छात्राएं उपस्थित थी।
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