भंडारी का नाटक 'बेडिय़ां' आकाशवाणी जालंधर पर
श्री भंडारी 5 दशकों से हिंदी व पंजाबी नाटकों का सृजन करते आ रहे हैं जिनमें से उनके एक दर्जन रेडियो नाटक ऑल इंडिया रेडियो जालंधर से प्रसारित हो चुके हैं
सिरसा। आज जबकि समाज के कुछ हिस्सों में 'ऑनर किलिंग' एक प्रकार से अभिशाप बनकर प्रेम करने वाली दो पवित्र रुहों को अपने दंश द्वारा ज़हर से सराबोर कर रहा है और जिसकी पीड़ा से वह नौजवान लड़की-लड़का अपनी जिंदगी से हाथ धो रहे हैं, उसी पीड़ा को सिरसा के वरिष्ठ साहित्यकार सुखचैन सिंह भंडारी ने अपने लिखे पंजाबी नाटक 'बेडिय़ां' में व्यक्त करने का एक सफल प्रयास किया है। यह नाटक आज रात (6 फरवरी, सोमवार) 9.30 बजे, आकाशवाणी जालंधर रेडियो पर प्रसारित किया जा रहा है। इस नाटक का निर्देशन पंजाबी के प्रसिद्ध रेडियो व फिल्म कलाकार विनोद धीर द्वारा किया गया है जिसमें पंजाब के नामी-ग्रामी पुरुष व महिला कलाकारों ने भाग लिया है। उल्लेखनीय है कि श्री भंडारी गत 5 दशकों से निरंतर हिंदी व पंजाबी नाटकों का सृजन करते आ रहे हैं जिनमें से उनके एक दर्जन रेडियो नाटक केवल ऑल इंडिया रेडियो जालंधर से समय-समय प्रसारित हो चुके हैं। उसी कड़ी में आज का यह 'बेडिय़ां' नाटक भी अपनी एक अलग आधुनिक पहचान लिए श्रोताओं के लिए प्रस्तुत किया जा रहा है। इस नाटक के अंत में नाटककार भंडारी ने ऑनर किलिंग की लानत को मिटाने के लिए समाज का मार्ग दर्शन करने का प्रयास किया है जहां उन्होंने अंत में बड़े सुखद ढंग से लड़की व लड़के का मिलन करवा दिया है। अगर ऐसे ही ऑनर किलिंग से जुड़े हुए कुछ भद्र पुरुष अपनी सोच को बदल लें तो शायद इस प्रकार की भद्दी घटनाएं समाज में फिर न उभर सकें।
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