Loading

06 February 2017

हजारों परिवार कर रहे बच्चों की होमस्कूलींगः बहुगुणा

न्यास द्वारा सिरसा में गुरूकुल शुरू करने का प्रयासः नागपाल

सिरसा
भारत में अब लोग वर्तमान में स्कूलों में चल रही शिक्षा व्यवस्था से मुॅंह मोड़ रहे हैं। यह बात स्थानीय श्री सनातन धर्म संस्कृत महाविद्यालय में स्वदेशी से स्वावलम्बी भारत न्यास, सिरसा द्वारा वर्तमान शिक्षा पद्धति और गुरूकुल शिक्षा पद्धति के अन्तर पर आयोजित करवाए गए एक सेमीनार में आए हुए मुख्य वक्ता राजेश बहुगुणा ने कही। 

मुख्यवक्ता ने बताया कि भारत में 10 हजार से अधिक परिवार आज अपने बच्चों को स्कूलों में न भेजकर अपने घरों में ही शिक्षित कर रहे हैं। इस सेमिनार में आए हुए शिक्षा में समझ और रूचि रखने वाले अध्यापकों और अभिभावकों को सम्बोधित करते हुए उन्होंने कहा कि भारत में बहुत से स्थानों पर दोबारा से भारतीय प्राचीन गुरूकुल पद्धति को अपनाना शुरू कर दिया है। पिछले कुछ वर्षों में गुरूकुलों पद्धति से शिक्षा देने वालों गुरूकलों की संख्या बड़ी तेजी से बढ़ रही है जिसमें अहमदाबाद, जोधपूर, कोल्हापूर, बेंगलोर, वेस्ट बंगोल आदि गुरूकुल शामिल हैं। उन्होंने कहा कि बहुत से स्कूल गुरूकुल शब्द का प्रयोग अपने स्कूल के नाम के साथ करते हैं जिससे लोग उन्हें गुरूकुल समझने लगते हैं जबकि उन स्कूलों में शिक्षा गुरूकुल व्यवस्था से नहीं दी जाती। उन्होंने कहा कि लोगों को इस तरह के भ्रम से जागरूक रहना चाहिए। दिल्ली से आए नवनीत सिंगल द्वारा गुरूकुल शिक्षा व घरों में शिक्षा के प्रति लोगों के बढ़ते रूझान के सम्बन्ध में पूछे गए प्रश्न जवाब में बहुगुणा जी ने कहा कि वर्तमान स्कूलों शिक्षा व्यवस्था बच्चों के सर्वांगीण विकास की बजाए बड़ी बड़ी कम्पनियों के लिए उपभोक्ता तैयार करने का कार्य कर रही हैं। उन्होंने कहा कि वर्तमान में स्कूलों में बच्चों की समझ बढ़ाने की बजाए याददाश्त बढ़ाने का कार्य किया जाता है। 
न्यास के सचिव वीरेंद्र नागपाल ने जानकारी देते हुए बताया कि स्वदेशी से स्वावलम्बी न्यास द्वारा सिरसा में भी गुरूकुल व्यवस्था से शिक्षा देने की शुरू की जा रही है। उन्होंने बताया कि बच्चों में गोण हो रहे संस्कारों के मद्देनजर लोगों में गुरूकुल व्यवस्था के प्रति काफी रूचि देखने को मिल रही है और गुरूकुल मंे बच्चों को पढ़ने भेजने के लिए 10 बच्चांे के परिवारों की सहमति भी आ चुकी है। इस सेमिनार में राम चन्द्र मौर्य, नवनीत सिंगल, अर्जुन गोड़िया, सुरेश सोरनवाल, राजीव चावला, मनीष कुमार गुप्ता, नारायण सिंह, रणधीर सिंह, अजीत सिंह, योगेश कुमार, संदीप दहुजा, कृष्ण आर्य, रूप सिंह, अनिल कुमार, नीरू रेल्हन और आदि मौजूद थे। 

No comments:

Post a Comment