Loading

27 March 2017

बुजुर्गों का सम्मान करता सिखाते हैं हनुमान जी : डॉ. स्वामी दिव्यानंद

सिरसा। चौ. देवीलाल गौशाला में आयोजित पांच दिवसीय गौ गोपाल कथा अमृत प्रवाह के समापन अवसर पर तपोवन हरिद्वार से आए गीता व्यास डॉ. स्वामी दिव्यानंद महाराज भिक्षु ने हनुमान जी के व्यक्तित्व पर विस्तार से चर्चा की।
उन्होंने कहा कि सुंदर कांड पाठ का आरंभ न तो राम से होता है और न ही राम से होता है यह जामवंत से आरंभ होता है। वास्तव में हुआ यह कि भगवान राम ने हनुमान जी का चयन करके और अपनी मुद्रिका देकर उन्हें लंका जाने का आदेश दे दिया ताकि वे सीता माता का पता लगा सकें लेकिन हनुमानजी इस आदेश को पाकर भी लंका जाने से पहले अपने परिवार के वयोवृद्ध सदस्य जामवंत जी के पास गए और उनके प्रार्थना की कि वे उनका मार्गदर्शन करें।
जामवंत ने कहा कि आपको भगवान का आदेश मिल गया है इसके बावजूद आप मार्गदर्शन मांग रहे हो यह हैरानी की बात है। इस पर हनुमान जी ने कहा कि भगवान अपनी जगह है मेरे लिए मेरे परिवार का मुखिया ही मेरा भगवान है। इस कथा के माध्यम से स्वामी जी ने आमजन मानस को अपने बुजुर्गों का सम्मान करने की प्रेरणा दी। इस अवसर पर ट्रस्ट की ओर से कथा कार्यक्रम में सहयोग देने वाले सदस्यों, सहयोगियों और कार्यकर्ताओं को महाराज श्री के हाथों सम्मानित करवाया। प्रधान एडवोकेट संजीव जैन ने डॉ. दिव्यानंद स्वामी का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि उनकी प्रेरणा से इस पांच दिवसीय कथा में क्षेत्र के लोगों ने गौ भक्ति ओर गौ सेवा का जो संकल्प लिया है वह अत्यंत शुभ संदेश है। मुख्य यजमान मा. रोशन लाल गोयल, कश्मीरी लाल नरुला संरक्षक, उपप्रधान पृथ्वी चंद बड़ोपलिया, सुरेश बणीवाला, विनीत गर्ग, डॉ. पंकज गर्ग, निर्मल गनेरीवाला, श्याम बजाज, सिरसा के पूर्व एसडीएम परमजीत सिंह चहल, कैलाश सिघांची, डॉ. विनोद तनूजा, संजय हिसार, अमरनाथ सेवा समिति, सालासर चरण पादुका सहित अनेक संस्थाओं के प्रतिनिधियों को सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में मंच संचालक धर्मपाल मेहता, कृष्ण गर्ग, सुमन मित्तल, पवन गोयल, अतुल गोयल, कैलाश सर्राफ, दर्शन मेहता, रोहन गोयल, डॉ. अश्विनी कांसल, डॉ. पुरुषोत्तम बांसल, वीरेन्द्र बाहिया, एलडी मेहता, डॉ. एसपी गर्ग, तरसेम सामा, पंडित कमल शर्मा, वेद भारती, वीरभान सेठी, धर्मपाल बब्बर, सोहन अरोड़ा, जोगेन्द्र नागपाल, बब्बू जैन, गगन खुराना, राधेश्याम ङ्क्षसगला, कुंदनलाल नागपाल, दीपू गर्ग, रामबिलास धानुका सहित बड़ी संख्या में गौभक्त मौजूद थे।

No comments:

Post a Comment