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10 February 2011

जादूगर एस. आनंद को चैरीटी के लिए 3500 से अधिक शो करने पर बधाई

सिरसा, 10 फरवरी: जिला परिवहन अधिकारी संतलाल पचार ने कहा कि जादू जैसी प्राचीनत कला को जीवित रखने के लिए निरंतर प्रयास जरुरी हैं। इस प्रकार की कला से समाज में फैलने वाली कुरीतियों पर अंकुश लगाया जा सकता है। वे बीती रात प्रभात पैलेस में चल रहे जादूगर एस.आनंद के शो में बतौर मुख्यातिथि बोल रहे थे। पचार ने कहा कि पुरातन काल से जादू की कला समाज के विकास में अग्रणी भूमिका निभा रही है तथा जादूगर एस. आनंद ने विज्ञान के युग में इस कला को जीवित रखने का संकल्प लेकर इसे नया मोड़ दिया है। इससे अंधविश्वासों से पर्दा उठता है और भ्रांतियां दूर हो सकती हैं। कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि आनंद बियानी ने कहा कि आज कन्या भू्रण हत्या तथा नशों पर सबसे ज्यादा अंकुश लगाने की जरुरत है और यह जादू की कला इस पर प्रभावशाली काम कर सकती है, क्योंकि कला की भाषा जल्द से जल्द समझ में आती है। उन्होंने जादूगर एस. आनंद को चैरीटी के लिए 3500 से अधिक शो करने पर बधाई दी। उन्होंने कहा कि सुप्रीम वैल्फेयर सोसायटी समाज के मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य पर प्रभाव शाली काम कर रही है, जिसके लिए वे भी अपनी ओर से आर्थिक सहयोग देकर भागीदार बनना चाहेंगे। परिवर्तन वैल्फेयर सोसायटी की अध्यक्ष शिल्पा वर्मा ने कहा कि सुप्रीम वैल्फेयर सोसायटी के उद्देश्य भी समाजहित से जुड़े हुए हैं और परिवर्तन भी इसी प्रकार के कार्य करती है। इस अवसर पर बाबूराम फुटेला, डा. आर.एस. सांगवान, कश्मीरी लाल नरुला, सतीश मेहरा, चेतना अरोड़ा सहित अनेक गणमान्य लोग उपस्थित थे।

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