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10 February 2011

घग्घर नदी के जल को प्रदूषण मुक्त बनाने के लिए केंद्रीय पर्यावरण एवं वन मंत्रालय तथा केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड संयुक्त रुप से कार्यवाही करेगा

सिरसा
              सिरसा के सांसद डा. अशोक तंवर ने कहा है कि घग्घर नदी के जल को प्रदूषण मुक्त बनाने के लिए केंद्रीय पर्यावरण एवं वन मंत्रालय तथा केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड संयुक्त रुप से कार्यवाही करेगा। यह आश्वासन दिल्ली में केंद्रीय पर्यावरण एवं वन मंत्री श्री जयराम रमेश ने उनके व हरियाणा के वन एवं पर्यावरण मंत्री कैप्टन अजय सिंह के समक्ष दिया है। उन्होंने कल दिल्ली में केंद्रीय मंत्री के साथ इस मामले हुई बैठक को काफी सार्थक बताया है।
    उन्होंने कहा कि घग्गर नदी जो सिरसा और फतेहाबाद जिलों की जीवन रेखा मानी जाती है में हिमाचल प्रदेश और पंजाब के उद्योगों से कैमिकल व विभिन्न प्रकार का कचरा बहाया जा रहा है। उससे नदी का पानी पूरी तरह प्रदूषित हो चुका है जो फसलों के लिए तो खतरनाक है साथ ही मानव स्वास्थ्य के लिए भी खतरा बनता जा रहा है। उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश के परवाणु, बरोटीवाला, व कालाअंब शहरों के उद्योगों द्वारा प्रदूषित जल व कचरा छोड़ा जा रहा है। उन्होंने बताया कि इस प्रदूषित पानी से जलीय जीवों के स्वास्थ्य के साथ-साथ भूमि जलस्तर की गुणवत्ता पर भी बुरा प्रभाव पड़ा है जिससे इस क्षेत्र में बीमारियां फैलने का अंदेशा हो रहा है। उन्होंने बताया कि हरियाणा में 230 किलोमीटर लंबे क्षेत्र में घग्गर नदी का बहाव है। प्रदेश के पर्यावरण विभाग द्वारा विभिन्न जगहों से लिए गए नमूनों के आधार पर हैक्जा क्लोरोसाइकलो हैक्जीन (एचसीएच) और डाइफनीलट्रीकलोरेएथेन (डीडीटी) को ट्रीट करने की नितांत आवश्यकता बताई गई। इसकी पुष्टि यूरोपियन कमीशन द्वारा भी की जा चुकी है।
    उन्होंने कहा कि घग्गर नदी जो सिरसा संसदीय क्षेत्र की जीवन रेखा है। इस नदी में बहने वाले जल से विशेष रुप से सिरसा जिले की हजारों एकड़ भूमि में सिंचाई होती है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार द्वारा सिरसा जिले में ओटू वीयर के पास झील को चार फुट तक गहरा करके और अधिक पानी रोकने की परियोजना भी क्रियान्वित की जा रही है। इस परियोजना पर राज्य सरकार नाबार्ड की सहायता से107 करोड़ रुपए की राशि खर्च कर रही है जिससे जिला की लगभग तीस हजार एकड़ भूमि का सिंचाई की सुविधा मिल पाएगी। उन्होंने बताया कि राज्य सरकार की इस योजना का कृषि भूमि का तभी और ज्यादा फायदा हो पाएगा, जब फसल को प्रदूषण मुक्त पानी मिलेगा।
    डा. तंवर ने कहा कि वैसे भी घग्गर नदी का देश की संस्कृति की दृष्टि से ऐतिहासिक महत्व होने के साथ-साथ करोड़ों नागरिकों के स्वास्थ्य से जुड़ा विषय है। इस नदी के प्रदूषित होने से लोगों के स्वास्थ्य पर प्रतिकूल असर पड़ रहा है, जो अत्यंत चिंतनीय है। उन्होंने कहा कि केंद्रीय पर्यावरण मंत्री ने घग्गर नदी के प्रदूषण मुक्त मामले के लिए विशेष रुचि दिखाई है और आश्वासन भी दिया है कि केंद्र सरकार द्वारा इस दिशा में प्रभावी कदम उठाए जाएंगे। उन्होंने कहा कि घग्गर नदी के प्रदूषण मुक्त होने से जहां कृषि भूमि के लिए नदी का जल लाभदायक सिद्ध होगा वहीं हरियाणा के लोगों के लिए वरदान साबित होगा।
    ज्ञात रहे कि सिरसा के सांसद डा. अशोक तंवर ने घग्गर नदी में जल प्रदूषण के मामले को सिरसा में हरियाणा के पर्यावरण एवं वन मंत्री कैप्टन अजय सिंह के समक्ष उठाया था जिसके इतने कम समय में सार्थक व प्रभावी परिणाम देखने को मिले है। यदि सांसद डा. तंवर इस मामले में इसी तरह गंभीरता बरतते रहे तो वह दिन दूर नहीं जब घग्गर नदी प्रदेश के लोगों के लिए सोना उगलेगी।

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