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10 February 2011

अंग्रेजी भाषा में स्किल अपग्रेड करने के उद्देश्य से सरकारी शिक्षण संस्थाओं के अध्यापकों का चयन

सिरसा, 08 फरवरी। यूथ एनर्जी मैनेजमेंट कार्यक्रम के तहत ब्रिटिश कोंसिल, कांफैड्रेशन ऑफ इंडियन इंडस्ट्री (सीआईआई) तथा सीटी एंड गिल्ड (यूके)द्वारा सिरसा जिला के युवाओं में अंग्रेजी भाषा में स्किल अपग्रेड करने के उद्देश्य से सरकारी शिक्षण संस्थाओं के अध्यापकों का चयन करके आज स्थानीय बाल भवन में दूसरे चरण का प्रशिक्षण शुरु कर दिया है जो आगामी 12 फरवरी तक चलेगा। प्रथम चरण का प्रशिक्षण कार्यक्रम पंचकूला में आयोजित किया गया था।
    यह जानकारी देते हुए ब्रिटिश कोंसिल की मैनेजर पारुल गुप्ता ने बताया कि ब्रिटिश कोंसिल, कांफैड्रेशन ऑफ इंडियन इंडस्ट्री (सीआईआई) तथा सीटी एंड गिल्ड (यूके) द्वारा स्थानीय डीआरडीए के सहयोग से सिरसा में यह कार्यक्रम शुरु किया गया है। उन्होंने बताया कि इस कार्यक्रम के तहत पूरे देश में हरियाणा के सिरसा और सीतापुर (उत्तरप्रदेश) का चयन किया गया है। इस कार्यक्रम के लिए शिक्षा में पिछड़ेपन के आधार पर इन जिलों का चयन किया गया है। हालांकि यह कार्यक्रम सबसे पहले सिरसा जिला में ही पायलट प्रोजेक्ट के रुप में शुरु किया गया है। इसके बाद सीतापुर में सिरसा की तर्ज पर शुरु किया जाएगा।
    उन्होंने बताया कि दूसरे चरण का प्रशिक्षण देने की जिम्मेवारी ब्रिटिश कोंसिल के रुसतम मूडी और दीना मुथान को सौंपी गई है। ये दोनों प्रशिक्षक चयनित किए गए सभी 40 प्रशिक्षणार्थियों को अंग्रेजी भाषा के सीखाने व बोलने के नए-नए टिप्स दे रहे है। ये प्रशिक्षण चार चरणों में दिया जाएगा और उसके बाद ये प्रशिक्षणार्थी संबंधित स्कूल और शिक्षण संस्थाओं के 5400 से भी अधिक बच्चों को अंग्रेजी सीखने के टिप्स देंगे जिससे सिरसा जिला में अंग्रेजी भाषा का विकास होगा और जिला के बच्चे अंतरराष्ट्रीय स्तर पर रोजगार पाने में सक्षम होंगे।
    प्रशिक्षण के लिए सिरसा मुख्यालय में अंग्रेजी भाषा की लैब स्थापित की गई है जिसमें ब्रिटिश कोंसिल के मास्टर ट्रेनर प्राध्यापकों को प्रशिक्षित कर रहे है। उन्होंने बताया कि व्यावसायिक शिक्षा एवं प्रशिक्षण कार्यक्रम के तहत स्थानीय बहुतकनीकी महाविद्यालयों और औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों के प्राध्यापकों और अध्यापकों को प्रशिक्षित किया जा रहा है। व्यावसायिक शिक्षा के तहत पर्यटन, मेन्यूफैक्चरिंग एवं एग्रो प्रोसेसिंग का प्रशिक्षण दिया जा रहा है । इस कार्यक्रम के लिए विभिन्न शिक्षण संस्थानों के एक दर्जन अध्यापकों को प्रशिक्षित किया जा चुका है।
    उन्होंने बताया कि अंग्रेजी भाषा में स्किल अपग्रेडेशन के लिए चयनित प्राध्यापकों को कुल 120 घंटे का प्रशिक्षण दिया जाएगा जिसमें से दूसरे चरण का प्रशिक्षण आज यहां स्थानीय बाल भवन में शुरु किया गया। इसके बाद विद्यार्थियों का प्रशिक्षण भी 150 घंटे में पूरा किया जाएगा। उन्होंने बताया कि नौंवी कक्षा से बारहवीं कक्षा तक के छात्रों को प्राध्यापकों व अध्यापकों द्वारा अंग्रेजी भाषा की बारीकी तकनीकियों का ज्ञान करवाया जाएगा ताकि ये छात्र धारा प्रवाहित अंग्रेजी भाषा बोल सके।
    उन्होंने बताया कि  प्रशिक्षण के लिए 35 से 50 आयु तक के प्राध्यापकों का प्राथमिकता दी गई है ताकि ये प्राध्यापक लंबे समय तक अपनी कक्षाओं मे विद्यार्थियों को अंग्रेजी भाषा का ज्ञान दे सके। उन्होंने बताया कि व्यावसायिक शिक्षा प्रशिक्षण कार्यक्रम के तहत प्रशिक्षित विद्यार्थियों की देश की प्रतिष्ठित निजी क्षेत्र की कंपनियों और औद्योगिक  इकाईयों में प्लेसमेंट भी करवाई जाएगी। इस कार्यक्रम को संचालित करने के लिए कांफडरेशन ऑफ इंडियन इंडस्ट्री (सीआईआई)का महत्वपूर्ण योगदान होगा। इस फैडरेशन द्वारा ही विद्यार्थियों की प्लेसमेंट करवाने की जिम्मेवारी ली जाएगी। इस प्रकार से यह कार्यक्रम बच्चों में अंग्रेजी भाषा के सुधार के साथ-साथ रोजगार मुहैया करवाने में भी मिल का पत्थर साबित होगा।
    प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे स्थानीय राजकीय मॉडल संस्कृति सीनियर सैकेंडरी स्कूल के अध्यापक होशियार सिंह घणघस ने बताया कि इस कार्यक्रम में प्रशिक्षक अंग्रेजी भाषा के सीखाने के लिए सरलतम तरीके बता रहे है। इसके साथ-साथ नई तकनीक के कम्प्यूटर सॉफ्टवेयर के माध्यम से अंग्रेजी के बोलने व सीखने के टिप्स दे रहे है। हम भी इन टिप्स का प्रयोग करके विद्यार्थियों और अधिक बेहतर तरीके से अंग्रेजी भाषा का ज्ञान करवा पाएंगे। इसी प्रकार स्थानीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान के इंस्ट्रक्टर श्री राम चौपड़ा ने भी बताया कि ये कार्यक्रम युवाओं के भाषा विकास व सर्वागीण विकास के लिए बेहद लाभदायक सिद्ध होगा।

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